कांग्रेस कार्य समिति के सभी सदस्यों, महासचिवों और प्रभारियों ने अपने पदों से दिए इस्तीफे


नई दिल्ली। कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कार्यभार संभाल लिया है। कार्यभार संभालने के तुरंत बाद कांग्रेस कार्यसमिति के सभी सदस्यों, महासचिवों और प्रभारियोंं ने अपने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। यह इसलिए ताकि अब कांग्रेस के नए प्रमुख अपने मुताबिक नई टीम को नियुक्ति दे सकें। वैसे नए अध्यक्ष के चुनाव के बाद इस तरफ इस्तीफा देना कोई नई बात नहीं है यह कांग्रेस की परम्परा रही है। अध्यक्ष के चुनाव के तुरंत बाद कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों के इस्तीफा देने की परंपरा बनी हुई है, इसका मकसद है कि नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रति आस्था प्रकट की जा सके और साथ ही नए पदाधिकारियों को वो अपने मुताबिक नियुक्ति दे सकें। इस दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल ने अपना बयान भी जारी किया। और बताया कि 'सभी सीडब्ल्यूसी सदस्यों, एआइसीसी महासचिवों और प्रभारी ने कांग्रेस अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।' कांग्रेस के संविधान के अनुसार, खड़गे के चुनाव की पुष्टि पार्टी के पूर्ण सत्र में की जाएगी, जो इस साल मार्च-अप्रैल में होने की संभावना है। नई सीडब्ल्यूसी, जो कांग्रेस की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था है, पूर्ण सत्र के तुरंत बाद खड़गे द्वारा पुनर्गठित की जाएगी। सीडब्ल्यूसी के 11 सदस्य मनोनीत होंगे और 12 निर्वाचित होंगे। इसके अलावा संसद में पार्टी के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष भी कार्यसमिति के सदस्य होंगे। माना जा रहा है कि कांग्रेस का पूर्ण सत्र आयोजित होने में मार्च अप्रेल तक का इंतजार करना पड़ेगा, ऐसे में जब तक खड़गे के चुनाव की पुष्टि नहीं हो जाती, तब तक नए पार्टी प्रमुख द्वारा एक नई संचालन समिति का गठन किया जाएगा जो पूर्ण सत्र तक सीडब्ल्यूसी के रूप में कार्य करेगी और पार्टी का राष्ट्रीय स्तर पर संचालन का जिम्मा संभालेगी।