आईएएस रामावतार मीणा ने आयुक्त, विभागीय जांच विभाग का पदभार संभाला, यादगार रहा झुंझुनूं कलेक्टर के पद पर कार्यकाल


जयपुर। लंबा प्रशासनिक अनुभव रखने वाले कर्तव्यनिष्ठ, अनुशासित, रिजल्ड ओरिएंटेड  और बॉल्ड अफसर के रूप में अपनी विशेष पहचान रखने वाले आईएएस रामावतार मीणा ने आयुक्त, विभागीय जांच विभाग का पदभार ग्रहण कर लिया है। हाल ही में राजस्थान सरकार द्वारा किए गए बड़े प्रशासनिक फेरबदल में आईएएस रामातावतार मीणा का झुंझुनूं कलेक्टर पद तबादला आयुक्त, विभागीय जांच विभाग के पद पर किया गया था। 


उपलब्धियों से भरपूर रहा झुंझुनूं में कार्यकाल

जिला कलक्टर के पद पर रहते हुए रामावतार मीणा का कार्यकाल झुंझुनूं में ‘जनता के अफ़सर’ के तौर पर देखा गया है। बिना अवकाश लिए उन्होंने इस पर पद रहते हुए दिन रात जन समस्याओं के समाधान में निकाला। जनसुनवाई पर रहा विशेष फोकस रहा और नियमित जनसुनवाई की। आमजन के लिए हर वक्त उपलब्ध रहे।

झुंझुनूं में ‘जनता के अफ़सर’ के तौर पर जाने गए 2013 बैच के आईएएस रामावतार मीणा के जिला कलक्टर पद से आयुक्त, विभागीय जांच पद पर हो गया हुआ है। उनके सेवानिवृति के समय को नजदीक देखते हुए राज्य सरकार ने उन्हें सचिवालय में यह नई जिम्मेदारी दी है। गौरतलब है कि सेवानिवृति के समय आईएएस अधिकारियों को सचिवालय से सेवानिवृत करने की परंपरा रही है। 7 सितंबर 2024 में जिला कलक्टर का पदभार संभालने वाले रामावतार मीणा ने अपने साढ़े नौ महीने के कार्यकाल में झुंझुनूं की जनता की पीड़ाएं दूर करने का कार्य किया। इस दौरान उन्हें समय समय पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मिले निर्देशों का पालन करते हुए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। जिला कलक्टर मीणा ने अपने कल में जनसुनवाई पर विशेष फोकस रखा। अपने साढ़े 9 महीने के कार्यकाल में वे लगभग 50 हजार से अधिक लोगों से सीधे रूबरू हुए। कार्यालय समय में सुबह 9.30 बजे से रात 8 बजे तक वे आमजन की फरियाद सुनते और निस्तारण करते। कार्यालय समय के बाद भी उन्होंने निवास स्थान पर भी आमजन से मिलने व उनकी पीड़ा सुनकर उसको दूर करने में परहेज नहीं किया। 


काटली नदी के बहाव क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करने का अभियान: 

वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान का सफल क्रियान्वयन कर जिले को टॉप 10 में पहुंचाने वाला कलक्टर रामावतार मीणा जल संरक्षण के प्रति बेहद सजग नजर आए। उन्होंने काटली नदी के बहाव क्षेत्र को अतिक्रमण से मुक्त करने को जिले की सिंचाई और पेयजल समस्या से मुक्ति का उपाय मानते हुए इसके लिए अभियान प्रारंभ किया। वहीं यमुना नहर की डीपीआर बनाने का कार्य भी कलक्टर मीणा के कार्यकाल में प्रगति पर रहा, जिसकी स्वयं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गत अप्रैल माह में पिलानी में हरियाणा सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए समीक्षा की थी। 

वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान:

जल संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा चलाए गए इस महत्वपूर्ण अभियान में जिला कलक्टर मीणा के नेतृत्व में जिले में जल संरक्षण के लिए 3 हजार 465 कार्य पूरे किए गए। वहीं कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान में भी 53 वाटर रिचार्ज संरचनाएं निर्मित की गईं। 

बीसूका में प्रथम: 
जिला कलक्टर मीणा के नेतृत्व में जिला बीस सूत्री कार्यक्रम के क्रियान्वयन में प्रदेशभर में प्रथम रहा। जिले में 30 में से 28 अंक अर्जित करते हुए यह मुकाम हासिल किया। 


मुख्यमंत्री नारी शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना: 

मुख्यमंत्री नारी शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना में भी जिले ने प्रदेश भर में प्रथम स्थान हाँसिल किया। जिस पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को आयोजित हुए राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के द्वारा सम्मानित किया गया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्या योजना (मां योजना) के रजिस्ट्रेशन में भी जिले ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। 

8 नई गौशालाएं खोलीं:

जिला कलक्टर रामावतार मीणा ने अपने कार्यकाल में जिले में 8 नई गौशालाएं खोलीं। वहीं जिले में संचालित गौशालाओं को 10 करोड़ से अधिक रुपए का एवं नंदीशालाओं को 16 लाख रुपए से अधिक अनुदान कलक्टर मीणा के कार्यकाल में मिला। 

रास्ता खोलो अभियान में 250 से अधिक रास्ते खोले: 
जिले के ग्रामीण इलाके में किसानों के पास छोटी जोतें होने की वजह से जिले में रास्ते के विवाद काफी संख्या में बने रहते हैं। जिला कलक्टर रामावतार मीणा ने रास्ता खोलो अभियान में जहां 250 से अधिक रास्ते खोले, वहीं इससे पहले भी सैंकड़ों की संख्या में रास्ते खोलकर आमजन को राहत पहुंचाई।